बेलगिरी क्या है?
बेलगिरी यानी बेल फल का गूदा, जो भारत में पारंपरिक रूप से गर्मियों में सेवन किया जाता है। इसका उपयोग मुख्य रूप से शर्बत, चटनी और आयुर्वेदिक औषधियों में किया जाता है। इसमें विटामिन C, बीटा-कैरोटीन, फाइबर और पोटेशियम भरपूर मात्रा में होते हैं।
गर्मियों में बेलगिरी के प्रमुख फायदे
1. गर्मी से राहत और शरीर को ठंडक
बेलगिरी में कूलिंग प्रॉपर्टीज होती हैं जो शरीर का तापमान नियंत्रित करती हैं और लू से बचाती हैं।
2. पाचन तंत्र का सबसे बड़ा सहारा
बेलगिरी फाइबर से भरपूर होता है, जिससे कब्ज, गैस और अपच जैसी समस्याएं दूर होती हैं। आयुर्वेद में इसे “पाचन शक्ति वर्धक” कहा गया है।
3. डिहाइड्रेशन से बचाव
बेल शर्बत शरीर में जल की कमी को दूर करता है। इलेक्ट्रोलाइट्स की पूर्ति करता है और एनर्जी बढ़ाता है।
4. स्किन को बनाए ग्लोइंग
इसमें मौजूद एंटीऑक्सीडेंट्स स्किन को डिटॉक्स करते हैं और गर्मियों में होने वाले पिंपल्स और रैशेज से बचाते हैं।
5. ब्लड शुगर कंट्रोल में सहायक
बेलगिरी का सेवन ब्लड शुगर को स्थिर रखने में मदद करता है। मधुमेह रोगियों के लिए बेल एक सुरक्षित प्राकृतिक विकल्प हो सकता है।
6. लू और सनस्ट्रोक से सुरक्षा
बेल का ठंडा गूदा लू से बचाव करता है। विशेषकर दोपहर में बेल का शर्बत पीना अत्यधिक लाभकारी माना जाता है।
बेलगिरी शर्बत कैसे बनाएं ?
सामग्री :
- 1 बेल (पका हुआ)
- 2 चम्मच गुड़/शक्कर
- 1/2 नींबू का रस
- ठंडा पानी
- थोड़ा सा काला नमक
विधि:
- बेल को तोड़कर गूदा निकालें।
- ठंडे पानी में गूदा भिगोकर मसलें।
- छानकर गुड़/शक्कर, नींबू रस और नमक मिलाएं।
- ठंडा करके परोसें।
सावधानियां
- अधिक मात्रा में सेवन न करें – यह शरीर को अधिक ठंडा कर सकता है।
- बेल कच्चा न खाएं – यह कब्ज पैदा कर सकता है।
- डायबिटीज रोगी शक्कर की जगह स्टीविया का प्रयोग करें।
निष्कर्ष
बेलगिरी का सेवन गर्मियों में एक प्राकृतिक अमृत की तरह है। यह पाचन सुधारता है, डिहाइड्रेशन से बचाता है और शरीर को अंदर से ठंडक देता है। बेलगिरी से बना शर्बत एक आयुर्वेदिक उपाय है जो हर आयु वर्ग के लिए लाभकारी है।












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